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Pawanesh Thakurathi

Others

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Pawanesh Thakurathi

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हार की खुशी

हार की खुशी

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रमेश डिग्री कॉलेज में पढ़ता था। खेल कूद हो या फिर अन्य कोई क्रियाकलाप, सब में उसे विजय मिलती थी। उसे जीतने की आदत थी। उसे लगता था कि खुशी केवल जीतने से मिलती है।

उस दिन जब वह प्रेमिका के चेहरे पर एक मुस्कुराहट देखने के लिए हार गया, तब उसे एहसास हुआ कि कभी-कभी हार की खुशी जीत की खुशी से कहीं अधिक सुखदायक होती है। 


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