गमला
गमला
दूर पहाड़ों में सुंदर सा एक घर था, और उस घर में एक सुंदर उद्यान था। तरह तरह के फूल और कुछ फलों के पेड़ पौधे लगे हुए थे। उस घर का मालिक बड़े जतन से उस उद्यान में पौधे लगता था।
मालिक को सुंदर गमले और सुंदर पौधों का बहुत शौक था। वह कुछ समय बाद नए गमले खरीदता था और इस बार ले कर आया चीनी मिट्टी के कुछ छोटे बड़े गमले। वह सभी गमले उस नए घर में आ कर फुले नहीं समा रहे थे। सफेद और लंबे गमलों को लकड़ी के रैक पर रखा गया और रंग बिरंगे पत्तों वाले पौधे लगाए गए। जो रंग बिरंगे चेहरों के आकार के गमले थे उनमें कुछ सजावटी कैक्टस और छोटे फूल लगाए गए और घर के दरवाजे के पास रखा गया। वह गमले भी बहुत प्रसन्न थे।
उन सब में एक सबसे बड़ा गमला था जो कि एक बड़े गोल कटोरे के आकार का था और ऊपर से एक टेढ़ी मेढ़ी किनारी बनी हुई थी जिस से वो बहुत ही मॉडर्न और डिजाइनर लगता था। और उस पर को चित्रकारी थी वो भी बहुत सुंदर थी। इसलिए उस गमले को अपने ऊपर बहुत घमंड था। वह जब इस घर में आया तो वह बाकी रखे पुराने गमलों को बहुत थी बुरी दृष्टि से देखने लगा।
मालिक अभी सोच ही रहा था कि इसमें क्या लगाया जाए। तभी उस बड़े गमले ने एक पुराने गमले का मजाक उड़ा दिया। जिस से बाकी सभी गमलों को बहुत बुरा लगा।
तभी उस घर के मालिक ने उस बड़े गमले को उठाया और उसमें बरगद का सबसे सुंदर बोनसाई लगा दिया। यह देख कर तो वह गमला घमंड से चूर हो गया। वह हर वक्त अपनी सुंदरता का बखान करता ही रहता था। सभी गमले चुपचाप सुनती रहते। पुराने गमले अक्सर कह देते, तुझे तेरे घमंड और दूसरों को नीचा दिखाने की सजा जरूर मिलेगी। लेकिन वह गमला टस से मस नहीं हुआ। 2 साल बीत गए।
तीसरे साल बहुत बारिश हो रही थी, काफी गमले धूप और बारिश से टूट गए, और वह बड़ा गमला सबका मजाक बनाता, उन्हें कमज़ोर और भद्दा बुलाता। एक दिन छुट्टी वाले दिन बहुत बारिश हो रही थी, उस बड़े गमले में भी बहुत पानी भर गया था। तभी मालिक ने सोच चलो इस गमले को उठा कर दूसरी जगह रख देता हूं। यही सोच कर मालिक ने उस गमले को उठाया और दूसरी जगह जैसे ही रखने लगा , अरे ये क्या गमला तो उसके हाथ से फिसल गया, और टुकड़े टुकड़े हो गया। उफ्फ ये क्या हो गया, मालिक ने अपना सर पकड़ लिया।
वह बड़ा गमला जब गिरने लगा था तो वह बहुत जोर से चिल्ला रहा था, लेकिन किसी को उसके चिल्लाने और टूटने से दुख नहीं हुआ। सभी गमले हंस रहे थे। आखिर उसको उसके कर्मों की सजा जो मिल गई थी।
