Riya yogi

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एक प्यारा सा एहसास भाग -२

एक प्यारा सा एहसास भाग -२

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नमस्कार प्यारे साथियों आशा है आप सब स्वस्थ होंगे , आज मैं एक बार फिर उपस्थित हूँ आप सभी के सामने हमारी पहली एक कहानी जो कि आर्यन और आकांक्षा की है उसी कहानी का अगला भाग लेकर , आज भी कहानी को प्रस्तुत करने का में केवल और केवल एक जरिया हूँ , इसकी जो भी भावनाये है मेरे दोस्त आर्यन की है , आशा करती हूँ आप कहानी पढ़कर आप सब अपना स्नेह देंगे ताकि आगे भी हम आपसे इसी तरह जुड़े रहे और ये सफर आगे भी जारी रहे। ...... आइये कहानी की ओर चलते है 


हेलो दोस्तों , आज एक बार फिर मैं आपका दोस्त आर्यन बहुत दिनों बाद अपनी एक कहानी का दूसरा चरण आप सबके सामने प्रस्तुत करने जा रहा है , ये एक कहानी है लेकिन ये काल्पनिक नहीं है बल्कि ये मेरी जीवन की वास्तविक घटना है '' हमारी अधूरी कहानी " । 

पूरी कहानी पढ़ने के लिए " एक प्यारा सा अहसास " जो की इसी पेज पर उपलब्ध है 

तो दोस्तो हम शुरुवात करते है हमारी कहानी के अधूरे भाग से ,

मैंने आपको सुनाया था की आकांक्षा की शादी हो चुकी थी मैं और बहुत अकेला हो गया था , अब आगे , शादी के बाद आकांक्षा दिल्ली शिफ्ट हो गई और मैं अपने व्यापार और पढ़ाई में व्यस्त हो गया , मैं उसे प्यार बहुत करता था, लेकिन मेरा प्यार अधूरा रह गया प्यार तो आज भी करता हूँ , लेकिन अब मैं अकेला हूँ शादी के कुछ महीने तक तो मैंने उससे नॉर्मल बात की और कोशिश करता रहा की मैं उससे याद न करूँ, और मैं अपनी आगे की लाइफ में अच्छे से बड़ सकू, लेकिन ऐसा नहीं हुआ शादी के कुछ दिन बाद उसका मेसेज आया की वो मुझसे बहुत ज्यादा गुस्सा है और उसका हस्बैंड भी मुझसे गुस्सा था क्योंकि मैं शादी में नहीं जा पाया था , मैंने उसे समझाया की मैं नहीं आ पाया कुछ कारण थे , लेकिन वो समझने को तैयार नहीं थी बहुत समझाया , उसके हस्बैंड को भी समझाया तो वो तो मेरी बात समझ गया , लेकिन वो मुझसे बहुत गुस्सा थी, मैंने भी मौका अच्छा देखा और उससे बोला की ठीक है तुम गुस्सा हो तो नहीं रहो, अब गलती मुझसे हो गई तो सजा भी मिलनी चाहिए, मैं शादी में नहीं आया तो तुम मुझ से दूर रहो और दोस्ती तोड़ दो ,ये शब्द मैंने बोल तो दिए लेकिन उसको बुरा कम लगा और में रोने लगा , और मैंने उसको मेसेज करना बंद कर दिया, 2 3 दिन उसके मेसेज नहीं आए, मैंने भी नहीं किए तो मुझे लगा की ये सच में दोस्ती तोड़ने बाली है लेकिन मैंने फिर भी मेसेज नहीं किए , कुछ दिन बाद वो जब अपने घर वापस आई तो वो मेरे पास सीधा शॉप पर आई और मुझे इतना सब सुना डाला की मुझे फिर से रोना आ गया और मैं कुछ नहीं बोल पाया, फिर वो अपने घर चली गई, उसके बाद उसने मुझे रात में कॉल किया और उसने सॉरी बोला बार बार सॉरी बोला , मैंने उसको बोला की मेरी क्या गलती है नहीं आ पाया शादी में मेरी मजबूरी समझो , फिर मैंने उसको सच बताया कि में शादी में क्यू नहीं गया था , मैं अगर शादी में आता तो मैं सहन नहीं कर पता ,मुझमें इतनी हिम्मत नहीं थी की मैं तुम्हे देख सकू लेकिन तुम समझ नहीं रही थी, 

इतना सब हुआ हमारी बात नॉर्मल हुई , फिर हमारी दोस्ती आगे बड़ी हमारी लड़ाई खत्म हुई, कुछ महीने बाद में दिल्ली गया उसको बिना बताए लेकिन उसे पहले पता था कि मेरा एग्जाम दिल्ली में है , मैंने फिर भी उसे नहीं बताया , दिल्ली में अपने एग्जाम सेंटर से 2किलोमीटर के एरिया मैंने एक होटल में रूम लिया , मैंने उसे नहीं बताया सुबह से मैं तैयार हुआ एग्जाम देने के लिए और रूम लॉक करके एग्जाम देने चला गया , एग्जाम यूपीएससी सिविल सर्विस जैसे आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए मैं गया था एग्जाम 2 शिफ्ट में होता है, पहली शिफ्ट में एग्जाम देने के बाद मैं सेंटर के बाहर आया और थोड़ा कुछ खाया पिया और मोबाइल ऑन किया तो उसमें देखा तो आकांक्षा का मेसेज डला हुआ था मैंने ओपन किया तो उसमे बेस्ट विश का मेसेज डला हुआ था तो मैंने उसे थैंक्स बोला , उसका तुरंत रिप्लाई आया की तुम दिल्ली आए हो और मुझे बता तक नहीं , तो मैंने टालते हुए उसे बोला की मैं  व्यस्त था तो बता नहीं पाया, तो उसका उल्टा रिप्लाई आया की दिल्ली में आकर यहां वहां भटक रहे हो घर नहीं आ सकते थे क्या हम लोग कुछ भी नहीं है क्या तुम्हारे तुम मेरे बेस्ट फ्रेंड हो मुझे बता सकते थे , मैंने उसे समझाया की गुस्सा मत करो मैं एग्जाम बाद बात करता हूं अभी दूसरा पेपर देने जाना है , तो वो थोड़ा शांत हुई फिर उसने पूछा की तुम्हारा सेंटर कहा है मैंने उसे अपना सेंटर बताया " नोएडा" साइड मेरा सेंटर है वो फिर मुझे पर गुस्सा होने लगी बोली एक बार बता देते की नोड्या में तुम्हारा सेंटर है तो मैं तुम्हारी हेल्प कर देती, अरे डियर तुम परेशान मत हो मैं मैनेज कर लूंगा , वो बोली बेवकूफ इंसान मेरा घर नोएडा में ही है , मैं और शॉक्ड हो गया , बोलती है की तुम मेरे ही एरिया में हो तो बताना चाहिए था न पहले की सेंटर कहा है जब मेरा घर है तो होटल लेने की क्या जरूरत थी, तो मैंने उसे बताया कि मैं अपने एक दोस्त के साथ हूँ , वो भी दिल्ली में ही रहता है , लेकिन वो अभी मेरे साथ है उसका फ्लैट भी है लेकिन मेरे एग्जाम सेंटर से 35किलोमीटर दूर था तो वो मेरे साथ होटल में भी रुका था और अभी भी साथ में ही है ,फिर वो कहती है कि तुम्हारा सेंटर कहा है स्कूल का नाम क्या है मैं तुमसे मिलने आ रही हूँ , मैंने उसे मना किया समझाया नहीं मानी , बार बार पूछती रही स्कूल कौन सा है और मैं बार बार मना करता रहा , उसका मेरे ऊपर बस नहीं चल रहा था तो उसने अपने हसबैंड को बोला की आर्यन माना कर रहा है और अपना सेंटर नहीं बता रहा है तो उसके हसबैंड ने भी मुझे मेसेज किया ही की भाई कहा हो आकांक्षा बार बार पूछ रही है और हम लोग तुमसे मिलने आ रहे है, तुम अपने सेंटर का नाम बता दो मैं 5मिनट में तुम्हारे पास आ जाऊंगा, मैं ने उसको समझाया की कुछ टाइम बाद दूसरा पेपर स्टार्ट होने बाला है तुम लोग परेशान मत हो कोई प्राब्लम नहीं है फिर कभी मिल लगे ।

लेकिन वो दोनों नहीं माने दोनों ने बार बार पूछा ,मैंने डर के कारण नहीं बताया और मैं उनको परेशान नहीं करना चाहता था तो मैं बार बार मना कर रहा था , और बाद में मैंने उनको बोला की एक काम करते है मैं एग्जाम देकर आता हूँ उसके बाद मैं मिलने आ जाऊंगा तुम लोग परेशान मत हो सॉरी का मेसेज लिख कर मैंने फोन बंद कर दिया , मन तो मेरा भी बहुत ज्यादा था उससे मिलने का लेकिन उसका हसबैंड था तो मुझे थोड़ा डर लग रहा था लेकिन वो भी एक दम रॉयल इंसान है ।उसको लग रहा था की मैं एटिट्यूट में हूँ लेकिन आकांक्षा ने उसको समझाया की आर्यन में एटिट्यूट बिल्कुल भी नहीं है और वो डर रहा होगा तो बार बार मना कर रहा है ये बात उनने मुझे बाद में बताई ।

फिर मैं एग्जाम देने चला गया एग्जाम देकर बाहर आया तो मैंने फोन ऑन किया और अपना बैग होटल से लिया और होटल से चेकआउट करके मैं अपने एक दोस्त के रूम की तरफ निकल गया, मैं जैसे से उस एरिया से निकला और मेरा फोन बजना स्टार्ट हो गया , मेरे दिल की धड़कन बढ़ने लगी, वो बोली की तुम अभी तक कहा हो मैं तुम्हें लेने आ रही हूँ तुम थक गए होगे तो घर चल कर आराम कर लेना और खाना भी खा लेना ,मैंने उसको बोला की मैं तो निकल गया हूं और एक दोस्त के रूम पर जा रहा हूँ और में उसके रूम से होकर समान रख कर फ्री होकर आता हूँ , और इतना ही सुनते वो भड़क गई , तुम क्या समझते हो अपने आप को मैंने तुम्हारे लिए खाना बना के रखा है की तुम आओगे , उसको बहुत समझाया की वो समझे वो कुछ सुनने को तैयार नहीं थी , फिर बोलती है की इस वक्त जहां हो वापस आ जाओ, मैं कुछ नहीं जानती वापस आओ, मैंने कहा की समझो यार मैं दोस्त के रूम से होकर आता हूँ रात में , तो बोलती है की अपनी लाइव लोकेशन भेजो मैंने लाइव लोकेशन भेज दी, तो बोलती है झूठ बोलना बंद करो इतने जल्दी तुम इतना दूर नहीं पहुंच सकते , और उसने एक लाइव लोकेशन भेजी बोलती है की इस तरह से लाइव भेजो , मैंने फिर से भेज दी उतने टाइम में मैं 1और मेट्रोस्टेशन निकल गया तब उसको विश्वास हुआ की हम उससे 20किलो मीटर दूर पहुंच चुके थे उसने गुस्से में मुझे जितना उसके मन में आया उसने सुना दिया और एक गुड बाय का मेसेज और रोने बाला इमोजी भेज कर ऑफलाइन हो गई , ये सब देख कर बहुत बुरा लगा की मैंने उसे हर्ट कर दिया वो मुझसे गुस्सा हो गई मैं क्या करता मन मेरा था लेकिन कुछ बाते सोच कर में उससे नहीं मिला की उसके घर वाले उसकी सास ससुर हसबैंड सब लोग साथ रहते है और वो लोग क्या सोचेंगे तो मैं नहीं गया , उसको हर्ट करके मैं बिल्कुल भी खुश नहीं था , मैं मेट्रो में बैठा था और दोस्त के साथ ही दोस्त के फ्लैट पर जा रहा था , तो वो भी बोलता है की मैं दोपहर से तुम्हें देख रहा हूँ तुम परेशान हो , मैंने उसको शॉर्ट में बात बताई, तो वो बोला की उसको बोले की कल मिल लेना किसी रेस्टोरेंट या पार्क या कही भी जहां वो सही समझे मैंने उसको मैसेज किया की हम रात को मिलते है तुम मुझे डिटेल दे दो कहा आना है तो बोलती है की तुम्हारा दोस्त कहा रहता है मैंने उससे कहा की वो गोविंदपुरी में रहता है तो बोलती है की तुम पागल हो गए हो मेरे घर से 2किलोमीटर पास थे तब मिले नहीं अब बोलते हो की रात में वापस आ रहा हूँ 35किलोमीटर दूर है रात में तुम कैसे मैनेज करोगे ,इसलिए मत आओ कृपा करो मालिक मत आना , मैंने उसको बोला की मैं अभी मेट्रो में हूं और मेरा फोन बंद होने बाला है मैं बाद में बात करता हूँ | दोस्त के फ्लैट पर पहुंचने के बाद में बहुत थक गया था तो नहाया और फिर मैं , मेरा दोस्त और उसके भाई पास में ही स्थित इस्कॉन मंदिर घूमने चले गए , रात को मार्केट घूम कर खाना खा कर उसके फ्लैट पर वापस आया तो मैंने अपनी बेस्टी आकांक्षा से बात की उसको बताया कि मैं आज नहीं आ पाया तो क्या हम लोग कल मिल सकते है ,तो वो खुश हो गई बोली ठीक है और उसने कहा की सिर्फ मिलेंगे नहीं तुम्हें हमारे साथ डिनर करना पड़ेगा ,मैंने उसको बोला डिनर? तो वो बोली हा डिनर ,हम सब लोग मिलकर डिनर करते है,मैंने उसको हा बोल दिया । और फिर दूसरे दिन मुझे मार्केट जाना था शॉप के काम से तो में दिन में चांदनी चौक , सदरबाजार जा कर शॉप का बहुत सारा सामान खरीद लाया , और शाम का इंतजार करने लगा की डिनर पर जाना है तब तक उसका मेसेज आया और उसने एड्रेस और लोकेशन भेज दी , मैं तैयार हुआ और उसके दिए हुए लोकेशन पर निकल गया , उसका हसबैंड मुझे मेट्रो स्टेशन पर लेने आया फिर में उसके साथ उसके घर चला गया ,घर पर उसने मेरा वेलकम किया, मुझे बहुत दर लग रहा था मैं समझ नहीं पा रहा था की क्या करूँ बस मेरे मन में बहुत सारे ख्याल चल रहे थे , की कुछ प्रोब्लम न हो उसको। 

फिर धीरे धीरे मैं नॉर्मल हुआ और हम लोगो ने बात स्टार्ट की काफी देर तक बात चली फिर हम सब ने डिनर किया और डिनर के बाद भी बहुत सारी बाते हुई , तो वो दोनो एग्जाम वाले दिन की बात लेकर बैठ गए , फिर सब बात खत्म हुई और मैंने फिर निकलने की बात करी तो ,वो बोली की यही रुक जाओ ,मैंने कहा की मॉर्निंग में मेरी ट्रेन है मुझे घर के लिए भी निकलना है ,तो वो बोली की हम तुम तुम्हारे दोस्त के फ्लैट तक ड्रॉप कर देते है ,मैंने उनको माना किया की मैं कैब बुक कर लेता हु डायरेक्ट तो उन लोगो ने माना कर दिया की हम ड्रॉप कर देते है , तो मैंने समझाया की मैं चला जाऊंगा लेकिन वो लोग नहीं माने , उसके बाद वो मुझे मेट्रो स्टेशन ड्रॉप कर के चले गए । 

घर आने के बाद फिर कुछ मंथ तक मेरी बात नॉर्मल ही हुई फिर मैंने धीरे धीरे उसे बात करना बंद करना चाहा लेकिन कभी न कभी किसी न किसी बहाने बात होती रही ये सब निकलता जा रहा था सब नॉर्मल था बात भी कम करने लगा मैं , फिर साल गुजर गया और फिर मेरा बर्थडे आया मुझे अपने बर्थडे पर सिर्फ उसकी शुभकामनायाओ का इंतजार रहता है लेकिन उसने मुझे दोपहर तक मेसेज या कॉल नहीं आया मुझे बहुत बुरा लगा टाइम निकलता गया और रात भी उसका कॉल नहीं आया मेरा दिमाग खराब हो चुका था मैंने किसी से भी अच्छे से बात नहीं की जन्मदिन भी निकल गया । उसका दूसरे दिन कॉल आया तो मैंने उठाया नहीं उसके कई बार कॉल किया लेकिन मैंने नहीं उठाया. 

 इतना सब हुआ तो मुझे बहुत बुरा लगा फिर शाम को मैंने उसे कॉल किया और फिर उसपर मेरा गुस्सा बरस पड़ा , लेकिन उस पर गुस्सा होने के बाद मुझे अच्छा नहीं लगा तो मैंने उसको सॉरी भी बोला फिर सब नॉर्मल हुआ और आगे बात होती रही , इसी तरह कभी बात कभी लड़ाई तो कभी बिना बात करे 1 साल निकल गया फिर वो अपने मायके आई हुई थी, लेकिन मुझे पता भी नहीं था क्योंकि बात बहुत कम होने लगी थी महीनों में 1 2बार बात होती है , एक दिन वो अचानक मेरी शॉप पर आई , उसके आने से मुझे थोड़ी टेंशन हुई और अच्छा भी लगा लेकिन शॉप पर सिर 2मिनिट ही बात हुई कब आई हो ,कैसी हो नॉर्मली बात हुई , क्योंकि शॉप पर जो लड़के काम करते है वो सब पास में ही थे तो बात नहीं हुई। 

मैंने भी कुछ नहीं सोचा बस मन किया की उससे बात नहीं हो हो पाई और मैसेज भी नहीं किया मैंने उसे, उसके कुछ दिन बाद वो फिर से शॉप पर आई, थोड़ा समान लिया और उस दिन भी बात नहीं हो पाई , लेकिन सच ये था की भीमैं दूर होने लगा था मुझे पता था की अब कुछ हो भी नहीं सकता तो मैं टेंशन फ्री था,बात अभी कुछ दिन पहले की ही है , एक दिन रात को मैं अपनी पढ़ाई कररहा था तो करीब 1 बजे मेरा फोन बजा मैंने देखा इतनी रात में कोन फोन लगा रहा है तो देखा तो मेरी बेस्ट फ्रेंड आकांक्षा का कॉल था रात को फोन आने के कारण मैंने फोन नहीं उठाया मुझे लगा की कुछ प्रोब्लम हुई है क्या , तो मैंने उसे एक मेसेज किया की क्या हुआ , उसका रिप्लाई नहीं आया , तो मैंने कॉल लगाया तो मैंने उससे पूछा की क्या हुआ इतनी रात मैं कॉल किया तुमने तो बोलती है की कुछ नहीं हुआ तुमसे बात करना थी तो कॉल किया तो मैंने उसको बोला की मुझसे बात करनी है वो बोली क्यों कर नहीं सकती क्या? तो मैंने कहा की क्यों नहीं कर सकती बिल्कुल कर सकती हो । मैं नहीं जानता था की मैं ये  कहानी वापस लिख पाऊंगा या कभी भी नहीं लेकिन उस रात बहुत कुछ बात खुली , तो मैं आपको अब फोन आने के बाद की कहानी सुनाने जा रहा हूँ कॉल पर जब बात की तो वो बोली की आज बहुत दिनों बाद तुमसे बात हो रही है मैंने कहा अच्छा हैं, आप याद ही नहीं करती कभी अपने बेस्ट फ्रेंड को तो बोली याद तो बहुत आती है लेकिन बात नहीं कर पाती हूं, अच्छा तो आज कैसे टाइम मिल गया वो भी नाइट ने 1 बजे तो बोली घर पर ही और नींद नहीं आ रही थी तो सोचा की तुम अभी जाग रहे होगे पढ़ने के लिए तो सोचा की अभी लगा लूं, तो मैंने बोला मेरा भी मन करता है बात करने को लेकिन कर ही नहीं पाता, आज तुमने कॉल किया तो मुझे बहुत सुकून मिला , फिर वो उसकी शादी के पहले की बात करना स्टार्ट कर चुकी थी , तो मैंने उससे पूछा की इतनी पुरानी बाते क्यूं ? तो बोलने लगी बस मन कर रहा है , तो मैंने भी उसका साथ दिया , फिर वो बोली की तुम क्यों इतने अच्छे हो, मैंने कहा क्यों? तो बोलती है तुम ने एक गर्लफ्रेंड क्यों नहीं बनाई जब हम दोस्त थे, जब तुम्हें पता था की मैं किसी और से प्यार करने लगी हूँ , मैंने उसको बोला यार मैं तुमसे प्यार करता था तो किसी को कैसे गर्लफ्रेंड बना लेता , तो बोली की मैं रिलेशन में थी तो तुम ने क्यू किसी से रिलेशन नहीं बनाया , तो मैंने उसको बोला की मैंने पहले ये कर के देख लिया है मेरी लाइफ में जो पहली लड़की थी उससे 6-7 साल रिलेशन में रहा तब उसने मुझे धोका दे दिया तो दूसरी की क्या जरूरत थी , लेकिन तुम मेरी सबसे अच्छी बेस्ट फ्रेंड हो काश में तुमसे पहले ही अपने दिल की बात बोल देता , तो वो बात घुमाने लगी बोलती है, की तुम पर तो जाने कितनी लड़कियां मरती थी , मैंने उसको बोला ये बहाने मत बनाओ , तो बोली सच में तुम जिस लड़की को बोल देता वो माना नहीं करती मैंने कहा की रात गई और बात गई , फिर वो बोलने लगी की अगर हम लोग अलग अलग कास्ट के न होते तो मैं तुमसे शादी कर लेती लेकिन मैं भी नहीं कह पाई , मैंने कहा तुम ने बस एक बार कहा होता की तुम मुझसे प्यार करती हो तो मुझे कुछ भी करना होता मैं तुमसे शादी करता और तुम्हें अपने साथ रखता बहुत अच्छे से , तो बोलती है की हमारी दोस्ती में भी लोगों ने उंगली उठाई , और अगर हम रिलेशन में आ जाते तो जाने लोग कितनी बाते करते ,मैंने उसको बोला तुम बस एक बार बोल कर देखती तो बोली मैंने इसलिए नहीं बोला की ये बोलने से अगर हमारी दोस्ती में कुछ परेशानी आई तो मैं एक अच्छा दोस्त भी खो दूंगी और प्यार भी खो दूंगी , मैंने फिर भी उसको एक ही बात बोला की तुम बस एक बार मुझ पर बिलीव करके तो देखती एक बार बोल कर देखती लेकिन तुमने नहीं बोला , मैंने भी गलती की तुमसे अपने दिल की बात न बोलकर , तो बोलती है की की हम लोग आज अलग है लेकिन दोस्त तो है अगर हम अपने प्यार के साथ रिलेशन में आते और हमारी शादी न हो पाती या कुछ भी होता तो सायद हमारी दोस्ती भी नहीं बचती और सायद हम कभी एक दूसरे को फेस भी नहीं कर पाते , मैंने उसको बोला लेकिन इसे कैसे होता , जब तुम जानती थी की मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता हूं, तो उसने कहा की बात अलग अलग कास्ट की है और हमारा रिश्ता नहीं हो पाता तो हम लोग क्या करते कोई खुश नहीं होता , और यैसे ऐसे 2 बज चुके थे तो मैंने बहाना बनाते हुए उसको बोला की अब बाद में कभी बात करेंगे क्योंकि मुझे बहुत ज्यादा बुरा लगने लगा था और मैं कुछ नहीं कर सकता था तो बस कॉल कट हो गया , नींद तो मुझे आने बाली नहीं थी क्योंकि उसने पुरानी यादें ताजा करदी , मैं समझ नहीं पा रहा था की क्या करू सोचते सोचते मुझे पता नहीं चला कब नींद आ गई और मैं सो गया , दूसरे दिन मैंने उसे व्हाट्सएप किया की तुमने मुझे पुरानी बाते याद करा दी तो वो सॉरी बोली लेकिन मैंने उसको बोला कोई बात नहीं है ,

दूसरे दिन रात को फिर उसका कॉल आया आज मुझे उम्मीद नहीं थी की कॉल आएगा , तो उस दिन फिर हमारी बाते स्टार्ट हुई उसने फिर से पुरानी बाते स्टार्ट कर दी , फिर बोलती हैं की तुम ने मेरे कारण एक लड़की तक नहीं पटा पाई ,मैंने उसको बोला की मुझे जरूर नहीं थी तुम चाहते तो लड़कियों की लाइन लग जाती , मैंने उसको बोला की ये बाते मत करो तो बोलती है की मुझे वो सब याद करना है जो शादी के पहले हम दोस्त थे , वो बोलती है की तुमने न गर्लफ्रेंड बनाई न अब तक शादी की , मैंने कहा मेरा मन नहीं था तुम होती तो बात अलग थी , तुम्हारे लिए मैं सबसे लड़ने को तैयार था लेकिन तुमने एक भी बार मुझे से कभी नहीं बोला , मैंने कहा की मुझे ये बाते नहीं करनी लेकिन वो मुझे सिर्फ उस दिन हर्ट कर रही थी , बही सब बाते चलती रही और बात करते करते रात के 3 बज गए तो बोली आज पूरी रात बात करना है कुछ देर और बात की फिर वो बोलने लगी की उसे नींद आने लगी है तो वो सोने जा रही है मैंने उसको बोला गुडनाइट तो उसने रिप्लाई में गुड नाईट से साथ लव यू भी बोला , मैं उसकी 2 नाइट की बातों से बहुत परेशान था मेरा दिमाग पूरी तरह से हिल गया था , उसने आज से 4- 5 साल पुरानी बाते कर के मुझे वो सब याद दिला दिया था जिसको मैंने सीने में दफन कर लिया था , इतना सब होने के कारण मैं आज किसी से भी अपनी बात नहीं कर पा रहा था , मन में बहुत उथल पुथल मचा हुआ था , मैं बस सोच सोच कर पागल हो रहा था की किससे शेयर करू लेकिन हर कोई भरोसे के लायक नहीं है , हम किसी को अपनी परेशानी बताएंगे और वो उसको मजाक में ले जाएगा या कुछ भी उल्टा रिएक्ट करेगा फिर मुझे अचानक याद आया की इस कहानी की एक स्टोरी मिरर पर मेरी एक कहानी लिखी हुई है जिसे लोगो ने बहुत प्यार दिया है आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद जो आप सभी ने मेरी जीवन की वास्तविक घटना को प्यार दिया और उम्मीद करता हूँ की आगे भी देते रहेंगे और सबसे ज्यादा धन्यवाद में रिया मैम को देना चाहूंगा जिन्होंने मेरी कहानी को समझा और अपने पेज पर शेयर किया , तो दोस्तों में अपनी कहानी को विराम देता हूँ और आप लोग जरूर बताएं की आप सभी को मेरी कहानी कैसी लगी आगे अगर कुछ नया होता है मेरी लाइफ में तो मैं आगे भी आपके साथ बना रहूँगा धन्यवाद दोस्तों ।


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