Dr. Vikas Kumar Sharma

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एक चिट्ठी बापू के नाम

एक चिट्ठी बापू के नाम

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प्यारे बापू, सादर प्रणाम।


काफी समय से आप से मन की बात करना चाह रहा था। खुशखबरी यह है कि सभी चीजें पहले से बेहतर हो रही हैं। आपका भारत भी बहुत अच्छा है। इसने बहुत सारे पक्के मित्र बना लिए हैं। परन्तु पड़ोस के कुछ सिरफिरे पिंकू और चुनु इसे बहुत परेशान करते हैं। बेकार में इसके कामों में टाँग अड़ाते रहते हैं। लेकिन अपना भारत किसी से लड़ाई-झगड़ा नहीं करता है। आपकी दी गई सत्य और अहिंसा की शिक्षा का पालन करते हुए बहुत धैर्य और शांति से बात सुलझाने की पूरी कोशिश करता है। कई बार पानी सिर से गुजरने पर उनकी खिंचाई भी कर देता है। 

अपने ही गुजरात के नरेंद्र मोदी भारत के बहुत अच्छे मित्र बन गए हैं। वे हमेशा इसका खूब ख्याल रखते हैं। वह दिन-रात इसकी तरक्की के लिए काम कर रहे हैं। वह पूरे भारत में लोगों को स्वच्छता अभियान द्वारा प्रेरित कर रहे हैं। मैंने भी स्वच्छ भारत का संदेश देने को स्कूल में एक नाटक तैयार करवाया था जिसमें बच्चों ने जिलेभर में तृतीय स्थान प्राप्त किया था।

स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने को प्रत्येक गाँव के घरों में शौचालय बनाने को आर्थिक मदद भी हो रही है। स्वच्छता का इतना प्रचार व प्रसार बापू पहले तो कभी नहीं सुना था। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर भी बहुत काम हो रहा है। 

आगे समाचार रह है कि 40 करोड़ ही नहीं बल्कि 125 करोड़ से भी ज्यादा कुर्ते सिलवाए गए हैं जो तकरीबन सभी लोगों तक पहुँचा दिए गए हैं और जिन तक नहीं पहुँचे हैं शीघ्र ही पहुँचा दिए जाएंगे, चिंता न करें। 

आप को यह जान कर खुशी होगी कि जरुरतमंदों को एल.पी.जी. सब्सिडी मिले यह सुनिश्चित कर दिया गया है। किसानों की पैदावार बढ़ाने हेतु प्रधानमंत्री सिंचाई योजना भी लागू हो गई है। ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने को भी तेजी से काम हो रहा है। 30 जून 2017 आधी रात से जी एस टी लागू कर दिया गया है जिससे एक व्यक्ति को केवल एक ही कर देना होगा।

सचमुच बापू आपके स्वच्छ और स्वस्थ भारत का सपना जल्दी ही पूरा होने वाला है। आप की फोटो वाले 500 व 2000 के नए नोट भी बाजार में आ गए हैं जिनमें आप बहुत अच्छे बहुत दिख रहे हैं। 

यह सब पढ़ कर आपको बहुत अच्छा लग रहा होगा कि जिन संस्कारों की नींव आपने रखी थी उसी की वजह से भारत तेजी से तरक्की कर रहा है।

मैं जब कभी मेरे विद्यार्थियों को आपके बारे में बताता हूँ तो वे बड़े चाव से आपके बारे में सुनते हैं। समय समय पर उन्हें सत्य, अहिंसा, धैर्य रखना, दूसरों का भला करना, झूठ न बोलना, अपना काम स्वयं करना आदि अच्छी-अच्छी बातें सिखाता रहता हूँ। परन्तु इससे पहले स्वयं भी इनका पालन करने को वचनबद्ध हूँ।

2 अक्तूबर को साबरमती जा रहा हूँ। सुना है आपके जन्मदिवस पर बहुत जोर-शोर से तैयारियाँ चल रही हैं।

लालकिला, जामा मस्जिद, ताजमहल, कुतुबमीनार, इंडिया गेट सब कुशल से हैं।


नमस्कार।

आपका अपना

विकास


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