छोटी सी खुशी
छोटी सी खुशी
आज दोपहर से ही नीलिमा उदास थी वजह हमेशा की तरह उसकी बेरोज़गारी, कितनी कोशिशें की कोचिंग की पर फिर भी कॉम्पटीशन एग्जाम नही निकला, नीलिमा अपने दोस्तों को देखती जो आज गवर्नमेंट जॉब कर रहे थे।
उसका भी मन करता काश मुझे भी एक नोकरी मिल जाये सारे प्रयासो के बावजूद उसकी नोकरी नही लगी। उसे अवसाद होने लगा हर समय बस नोकरी की चिंता और तनाव रहने लगा।
पर फिर उसने डिसाइड किया जॉब चाहे छोटी सही मुख्य तो खुशी ही है।
मैं छोटे से विद्यालय में ही जॉब कर लूंगी कम से कम खुशी तो मिलेगी भले जॉब छोटी होगी सैलरी कम होगी पर छोटी सी खुशी मिलेगी अवसाद नही अब उसे समझ आ गया था कि अपनी तुलना दूसरों से करना अवसाद में जाकर परेशान होना किसी बात का हल नहीं छोटा काम ही सही पर उसे करकर भी नीलिमा अब खुश थी यही थी उसकी छोटी सी खुशी।