छोटा भाषण
छोटा भाषण
आजकल चुनाव के दिन हैं। सभी नेता अपनी अपनी पिछले पांच वर्षो की झूठी सच्ची उपलब्धियों और आने वाले पांच वर्षों के वायदों को लेकर लम्बे लम्बे भाषण झाड़ रहे हैं और जनता से वोट की भीख मांग रहे हैं।
यह सब मेरी समझ से बाहर है।
होना तो यूं चाहिए कि नेता स्टेज पर चढ़े और बोले 'सम्मानीय जनता रुपी भगवान, अगर पिछले पांच वर्ष के काम का लेखा जोखा पसन्द आया हो तो हमें वोट करें। हम भविष्य में भी इसी प्रकार आपकी भलाई के लिए काम करते रहेंगे।'
जो नेता पहली बार चुनाव मैदान में उतरा है वह केवल इतना कहे ' मैं वायदा करता हूं कि मैं पांच वर्ष तक जनता का सेवक बन आप सब की सेवा में हाजिर रहूंगा। मैं भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं होऊंगा। मेरा काम पसन्द आए मुझे अगली बार मौका देना वरना ----।'
मेरे मुताबिक सही नेता अवश्य जीतेगा।