पछतावे में ज़िन्दगी, ज़िन्दगी में पछतावा यही काम रह गया है क्या ?? पछतावे में ज़िन्दगी, ज़िन्दगी में पछतावा यही काम रह गया है क्या ??
ये कहानी है रेणु की जो अपने पिता के गुज़र जाने के कारण एक साधारण लड़की से एक लड़ाकू लड़की बनती है और... ये कहानी है रेणु की जो अपने पिता के गुज़र जाने के कारण एक साधारण लड़की से एक लड़...
मैं कुछ व्यक्तिगत कारणों से अपनी रचनाएँ Story Mirror से डिलीट करवाना चाहता हूँ। मैंने इस विषय मेल भी... मैं कुछ व्यक्तिगत कारणों से अपनी रचनाएँ Story Mirror से डिलीट करवाना चाहता हूँ। ...
“भेड़िया आया…भेड़िया आया…” पहाड़ी से स्वर गूंजने लगा। सुनते ही चौपाल पर ताश खेल रहे कुछ लोग हँसने लगे।... “भेड़िया आया…भेड़िया आया…” पहाड़ी से स्वर गूंजने लगा। सुनते ही चौपाल पर ताश खेल रह...
सच मे... आसान कहां होता है लड़का होना। सच मे... आसान कहां होता है लड़का होना।
कैसे बुधिया को इस नशे की लत से बाहर निकालूँ कुछ समझ नहीं आता । कैसे बुधिया को इस नशे की लत से बाहर निकालूँ कुछ समझ नहीं आता ।