अब वे सदैव अपने माता-पिता की बात मानेंगे और बड़ों से पूछे बिना अपने मन से कहीं नहीं जाए अब वे सदैव अपने माता-पिता की बात मानेंगे और बड़ों से पूछे बिना अपने मन से कहीं न...
सुरक्षा रखे अर्थात अपने आँख, कान और मुँह सभी इन्द्रियों का पूरा इस्तेमाल करे। सुरक्षा रखे अर्थात अपने आँख, कान और मुँह सभी इन्द्रियों का पूरा इस्तेमाल करे।
अब आगे से पूरा ध्यान रखूंगा, कोई गाली नहीं।",रोहन ने अपने दोनों कान पकड़ते हुए कहा। अब आगे से पूरा ध्यान रखूंगा, कोई गाली नहीं।",रोहन ने अपने दोनों कान पकड़ते हुए कह...
बॉस की डाँट सब भूल गयी थी क्यूंकि गुमान की एक और वजह मिल गयी थी। बॉस की डाँट सब भूल गयी थी क्यूंकि गुमान की एक और वजह मिल गयी थी।
लोकतंत्र में रहने वाले हम लोगों के जीवन में नैतिक लोकतंत्र कब आएगा ?" लोकतंत्र में रहने वाले हम लोगों के जीवन में नैतिक लोकतंत्र कब आएगा ?"
अब अंत क्या होगा मैं जानता हूं बस स्वीकार करने की हिम्मत नहीं, अब अंत क्या होगा मैं जानता हूं बस स्वीकार करने की हिम्मत नहीं,