माँ ये भी तो सच है कि माँ अपनी औलाद की सारी गलतियाँ अपने आँचल में छुपा लेती है।
परियों को इस खूबसूरत दुनिया में आने से पहले कोख में ही मार दिया जाता है....
एक लड़की की मजबूरी की कहानी, जहां वो लोगो से अपने सपने भी नही बांट सकती
जिंदगी मेें कुछ भी हो सकता है। इस कहानी ने जिवन की हकीकत को बंया किया है।
ऐसे में वर्चुअल क्लासेज़ की व्यवस्था की हकीकत भी सामने आती है।
जैसे केवल हर मजदूर कि आत्मा और रामू साहब उनकी संतान इंकलाब के जिंदबाद है।