जैसे केवल हर मजदूर कि आत्मा और रामू साहब उनकी संतान इंकलाब के जिंदबाद है। जैसे केवल हर मजदूर कि आत्मा और रामू साहब उनकी संतान इंकलाब के जिंदबाद है।