हमारी जिंदगी का हर लम्हा यहीं ठहर जाता है।
कक्षा के बच्चों ने मुझे चिढ़ाना भी छोड़ दिया और धीरे-धीरे सभी मेरे अच्छे मित्र बन गए।
प्रतिकार में उसने कहा मेरी मां जैसी भी है दुनिया की सबसे खूबसूरत मां है, जो मुझे अच्छी
आज भी कई लोगों को मुझसे इर्ष्या होती है। शायद वो भी उसे चाहने लगे हैं...
एक अच्छी सोच समाज का उद्धार कर सकती है।
कौन कब और किसके मन को छू लेगा।