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52weekswriting challenge अब बचपन तेरी याद भूल है हमारी खाक रस सा वो हमको राख करके चलें गए प्यार खामोश वो हमको खाक करने आये थे प्रकृति हमको चेताती बढ़ रहा ताप हिंदी कविता महफिल हिन्दीकविता विषैली वायु-नीर-धरा राख मीठा मीठा संकेतों से आभास आम

Hindi हमको Poems