बिजली आती नहीं महीनो तक, लाल तार सा बल्ब जलता है। बिजली आती नहीं महीनो तक, लाल तार सा बल्ब जलता है।
हाये मत पूछ कितने सारे कुँवारों के दिल पिघले। हाये मत पूछ कितने सारे कुँवारों के दिल पिघले।
गुम हो जाए कुछ यूँ की दुनिया को दिखाई ना दे जिस्म दो सही पर जान एक ही तो है। गुम हो जाए कुछ यूँ की दुनिया को दिखाई ना दे जिस्म दो सही पर जान एक ही तो है।
जाने कहां से दर्द प्यासा चला आया, जाने कहां से दर्द प्यासा चला आया,
रात के मद्धम बहते पहर में चाँद की गवाही संग छत पर टहलते ईईशशश ये आँचल ढ़लका सुन रात के मद्धम बहते पहर में चाँद की गवाही संग छत पर टहलते ईईशशश ये आँचल...
चमकती चाँदी सी तेरी आभा बड़ी निराली। चमकती चाँदी सी तेरी आभा बड़ी निराली।