जब जब दिखा मंजिल निकट समस्या खड़ी हुई विकट। जब जब दिखा मंजिल निकट समस्या खड़ी हुई विकट।
ओ गुंजन करते भौंरे बता, मुझे हो सकता क्यों प्यार नहीं, ओ गुंजन करते भौंरे बता, मुझे हो सकता क्यों प्यार नहीं,