सूरज बिना किसी हिचक देता प्रकाश समंदर बिना मोल भाव देती रत्न भंडार सूरज बिना किसी हिचक देता प्रकाश समंदर बिना मोल भाव देती रत्न भंडार
मीरा का प्रेम है इसमें लक्ष्मीबाई की हुंकार भी है। मीरा का प्रेम है इसमें लक्ष्मीबाई की हुंकार भी है।