किसानों का दर्द सुनने से जो करते रहे इंकार। किसानों का दर्द सुनने से जो करते रहे इंकार।
बुराई का सर्वनाश हुआ है, अच्छाई का अहसास हुआ है, बुराई का सर्वनाश हुआ है, अच्छाई का अहसास हुआ है,