समय की कसौटी पर, खरा नहीं उतरता, असली की बातें कहने से भी, वो डरता। समय की कसौटी पर, खरा नहीं उतरता, असली की बातें कहने से भी, वो डरता।
अक्षर ज्ञान न करें कभी चोरी भाव संपन्न!! अक्षर ज्ञान न करें कभी चोरी भाव संपन्न!!
अर्द्धविराम पर ठहरी इस जीवन की हर पंक्ति तुम्हारे संवाद की पुनरावृत्ति है... अर्द्धविराम पर ठहरी इस जीवन की हर पंक्ति तुम्हारे संवाद की पुनरावृत्ति है...