आशा की तस्वीर हूँ मैं.. एक खुशनसीब लकीर हूँ मैं ! आशा की तस्वीर हूँ मैं.. एक खुशनसीब लकीर हूँ मैं !
ज़हरीले कुओं को राख से भरते रहे, फर्ज़ी फकीरों के पैरों में पड़ते रहे। ज़हरीले कुओं को राख से भरते रहे, फर्ज़ी फकीरों के पैरों में पड़ते रहे।
चालाकी की चौपड़ फैली प्यादे सारे हुए वजीर चालाकी की चौपड़ फैली प्यादे सारे हुए वजीर