आँखें बंद तो करता हूं सोने के लिए, पलकें गिराते ही तुम नजर आने लगती हो. आँखें बंद तो करता हूं सोने के लिए, पलकें गिराते ही तुम नजर आने लगती हो.
तुम्हारी मिट्टी, मिट्टी में मिलने से पहले, अम्मा चंदन की खुशबू दे रही थी एक जीवन में कई जीवन को, चमे... तुम्हारी मिट्टी, मिट्टी में मिलने से पहले, अम्मा चंदन की खुशबू दे रही थी एक जीवन...
कोई कहे दूज का चांद, कोई चौदहवीं का। कोई कहे दूज का चांद, कोई चौदहवीं का।