ज़िन्दगी जी लिख लेता हूँ मैं जिन्दगी जी लेता हुं पहचान हूं बना लेता पढ़ शब्द शब्द लेता था जब इंसान प्रकिति की अनुपम देन पेड़ को नष्ट करता है तो वो यह नहीं जानता वह कितना बड़ा नुक्सान कर लेता है पेड़ अपनी व्यथा सुना रहा मेरी कविता में

Hindi लेता Poems