नफरतों के शहर में, मैं लगाऊंगा भाईचारे का एक मजबूत ठेला हूं। नफरतों के शहर में, मैं लगाऊंगा भाईचारे का एक मजबूत ठेला हूं।
देकर दिल और दिमाग, डाल दिया संसार रूपी जेल में, देकर दिल और दिमाग, डाल दिया संसार रूपी जेल में,