लेकिन बेटों को उनकी इज़्ज़त करना नहीं सिखा रहा है समाज लेकिन बेटों को उनकी इज़्ज़त करना नहीं सिखा रहा है समाज
दांतो ने रुला दिया, खाना भुला दिया दांतो ने देखो कैसा अपना हाल बना दिया l दांतो ने रुला दिया, खाना भुला दिया दांतो ने देखो कैसा अपना हाल बना दिया l
लबों की हँसी जिसकी भाती थी तुमको उसी को रुला के कहो क्या मिला है ।। लबों की हँसी जिसकी भाती थी तुमको उसी को रुला के कहो क्या मिला है ।।
रखे थे ज़हन में हमेशा मुझे तुम मगर अब भूला के कहो क्या मिला है। रखे थे ज़हन में हमेशा मुझे तुम मगर अब भूला के कहो क्या मिला है।
टूटा जो अक्स आईने में, तो आईना ही क्यूँ बदले, टूटा जो अक्स आईने में, तो आईना ही क्यूँ बदले,
आँख से गिरता हर एक आंसू फिर उसको ये समझाता है आँख से गिरता हर एक आंसू फिर उसको ये समझाता है