कष्ट यदि श्वास हरे छाती फुला स्वयं में तू विश्वास भर। हार यदि निराश करे मुस्कुराकर कष्ट यदि श्वास हरे छाती फुला स्वयं में तू विश्वास भर। हार यदि निराश करे ...
पूछ रहा है हर लम्हा सबब जुदाई का । ना हो रूसवा प्यार हमारा चुप रहता हूँ ।। पूछ रहा है हर लम्हा सबब जुदाई का । ना हो रूसवा प्यार हमारा चुप रहता हूँ ।।
ये सफर बहुत कठिन है मगर नामुमकिन नहीं ये राहें अनजानी है पर मंज़िल नही. ये सफर बहुत कठिन है मगर नामुमकिन नहीं ये राहें अनजानी है पर मंज़िल नही.