जो लिखे थे पत्र वो भेजे नहीं। जो लिखे थे पत्र वो भेजे नहीं।
सहेजकर दिल में अक्षर-अक्षर सहेजकर दिल में अक्षर-अक्षर
सपनों का यह जहाँ होगा सिर्फ तेरे लिये और मेरे लिये। सपनों का यह जहाँ होगा सिर्फ तेरे लिये और मेरे लिये।
मैंने प्रेम किया मैंने प्रेम किया
और ये कम्बख़्त दिल आजतक साखी तुझे भुला ही नहीं है। और ये कम्बख़्त दिल आजतक साखी तुझे भुला ही नहीं है।
किराने की दुकान से कुछ दूर मैंने उसे कुछ सिक्के गिनते देखा। एक गरीब बेसहारा बच्चे की किराने की दुकान से कुछ दूर मैंने उसे कुछ सिक्के गिनते देखा। एक गरीब बेसहार...