सावन के बादलों सा घुमड रहा है तेरे मन में घुटी फिजाओं का शोर हर तरफ़ मेरे मन में. सावन के बादलों सा घुमड रहा है तेरे मन में घुटी फिजाओं का शोर हर तरफ़ मेरे म...
कैसा ये जहन का आलम है, फुर्सत में भी तन्हाई के मुन्तजिर है हम तो कह के बदनाम हुये, चुप रहते तो क... कैसा ये जहन का आलम है, फुर्सत में भी तन्हाई के मुन्तजिर है हम तो कह के बदनाम...