अगर तुम गूंगे हो तो कोई बात नहीं यह दौर तुम्हारे साथ है। अगर तुम गूंगे हो तो कोई बात नहीं यह दौर तुम्हारे साथ है।
ये दरिया है चाहत की प्यास को तरसता हुआ। ये दरिया है चाहत की प्यास को तरसता हुआ।
कल को भूल कर आगे बढ़ गया हूं मैं, तू सुइयां घड़ियों की पीछे घुमाता क्यों है? कल को भूल कर आगे बढ़ गया हूं मैं, तू सुइयां घड़ियों की पीछे घुमाता क्यो...
समझ लेना सीने से लगा कर याद किया होगा हमने। समझ लेना सीने से लगा कर याद किया होगा हमने।
ये सारा मुद्दा उसी तसल्ली का है। ये सारा मुद्दा उसी तसल्ली का है।
हम और आप कितनी लड़ाई लड़ते हैं। हमें मुद्दों में, कितना बहलाया जाता है। हम और आप कितनी लड़ाई लड़ते हैं। हमें मुद्दों में, कितना बहलाया जाता है।