आखिर हुआ निर्णय आखिर हुआ निर्णय
वह संदर्भ है, मेरी संपूर्ण रचना का। मैं प्रसंग हूं! वह संदर्भ है, मेरी संपूर्ण रचना का। मैं प्रसंग हूं!
किसी दुर्घटना वश आकर फँस गए थे वे भी अब मुस्करा रहे हैं, किसी दुर्घटना वश आकर फँस गए थे वे भी अब मुस्करा रहे हैं,