चलो कर्म करें, नम्र बनें, शब्दों को तोलें अनमोल हैं चंद पल ज़िन्दगी के। चलो कर्म करें, नम्र बनें, शब्दों को तोलें अनमोल हैं चंद पल ज़िन्दगी के।
काहे रूप धरा तुम काली का तुम तो हो गंदा कीड़ा नाली का। काहे रूप धरा तुम काली का तुम तो हो गंदा कीड़ा नाली का।
तूने जो दिया जग को, कोई दे नहीं सकता, कभी रजिया सुलताना है, कभी झांसी की रानी है, तूने जो दिया जग को, कोई दे नहीं सकता, कभी रजिया सुलताना है, कभी झांसी की रानी...