दूसरों को दिखती, उनने देखा नहीं। ग़लतियाँ दिखती, दूसरों की फ़कत दूसरों को दिखती, उनने देखा नहीं। ग़लतियाँ दिखती, दूसरों की फ़कत
प्रेम भाव से मिलकर सब प्रेम से रहो इस गुलदस्ते में। प्रेम भाव से मिलकर सब प्रेम से रहो इस गुलदस्ते में।
हर धर्म के ही लोग यहां पर भाईचारे से रहते हैं। हर धर्म के ही लोग यहां पर भाईचारे से रहते हैं।