तुम्हारी मूर्ति के समक्ष समर्पित होकर हम तुमसे अपनी प्रार्थना सुनाते हैं। तुम्हारी मूर्ति के समक्ष समर्पित होकर हम तुमसे अपनी प्रार्थना सुनाते हैं।
धनुर्धर हमको बनना है यहाँ पर धनुष बाण गांडीव यहीं पर पडा हैं ! धनुर्धर हमको बनना है यहाँ पर धनुष बाण गांडीव यहीं पर पडा हैं !
सुनाता हूँ व्यथा अपनी व्यथा का गीत गाता हूँ कोई साथी नहीं मिलता खुद ही गुन गुनाता हूँ सुनाता हूँ व्यथा अपनी व्यथा का गीत गाता हूँ कोई साथी नहीं मिलता खुद ही गुन गु...