अपने चमन की हर कली को, उसका बागवान, तहे - दिल से प्यार करता था । अपने चमन की हर कली को, उसका बागवान, तहे - दिल से प्यार करता था ।
खामोश सी नदी आसमान ओढ़े हैं तेज हवाएँ मगर लहरें नहीं। खामोश सी नदी आसमान ओढ़े हैं तेज हवाएँ मगर लहरें नहीं।
महफ़िल में रहिये या फिर अकेले में बागबां में हों या फिर सहरा में महफ़िल में रहिये या फिर अकेले में बागबां में हों या फिर सहरा में