मैं हूँ बेटी मैं बहन हूँ मैं ही माता और पत्नी हूँ मैं हूँ इस कुल की मर्यादा मैं हूँ बेटी मैं बहन हूँ मैं ही माता और पत्नी हूँ मैं हूँ इस कुल की मर्यादा
किसी की बहन की इज़्ज़त से खेलकर क्या खूब मर्दानगी दिखाई है, पर क्या एक पल के लिये भी ये खयाल नहीं... किसी की बहन की इज़्ज़त से खेलकर क्या खूब मर्दानगी दिखाई है, पर क्या एक पल के ...
नारी है वो, वो पत्थर को भी पिघला सकती है नारी है वो, वो हर ऊँचाई को पा सकती हैं। नारी है वो, वो पत्थर को भी पिघला सकती है नारी है वो, वो हर ऊँचाई को पा सकती हैं...
दोस्त बन दोस्ती भी खूब निभाती हूँ कभी मुस्कुराती हूँ , कभी गुनगुनाती हूँ कभी अपनी ही सोच में खो ज... दोस्त बन दोस्ती भी खूब निभाती हूँ कभी मुस्कुराती हूँ , कभी गुनगुनाती हूँ कभी ...
बेटियांँ नहीं होगी घर में तो, तुम्हें राखी बाँधेगी कौन। ये त्यौहार भी मिट जाएगा, सिर्फ यादें ही र... बेटियांँ नहीं होगी घर में तो, तुम्हें राखी बाँधेगी कौन। ये त्यौहार भी मिट जाएग...
ऐसे अनेक रूपों में आपने हमेशा हमारा साथ निभाया है। ऐसे अनेक रूपों में आपने हमेशा हमारा साथ निभाया है।