हम इज़हार-ए -मोहब्बत हम इज़हार-ए -मोहब्बत
नज़र से नज़र मिलाकर मुझ से, दिल में मुझे बसा लेना। नज़र से नज़र मिलाकर मुझ से, दिल में मुझे बसा लेना।
अभी इस तरफ ना निगाह कर मैं ग़ज़ल की पलकें संवार लूँ! अभी इस तरफ ना निगाह कर मैं ग़ज़ल की पलकें संवार लूँ!
तुझसे माँ बिछड़ गई मैं... दुनिया नई बसा गई मैं... तुझसे माँ बिछड़ गई मैं... दुनिया नई बसा गई मैं...
मन में बसा ले राम नाम को, सीप में जैसे मोती राम के रंग में रंग जा प्यारे, नैन में जैसे मन में बसा ले राम नाम को, सीप में जैसे मोती राम के रंग में रंग जा प्यारे, नैन...