खुले आम तारों से सजी रात बर्फीली तन्हाई करे फरियाद सुन जा। खुले आम तारों से सजी रात बर्फीली तन्हाई करे फरियाद सुन जा।
सुकुन सा मिला है इन हसीन वादियों में। सुकुन सा मिला है इन हसीन वादियों में।
मैं रहूँगा खड़ा पूरे उम्मीद में की मैं एक फौजी भारत माँ का लाल मैं रहूँगा खड़ा पूरे उम्मीद में की मैं एक फौजी भारत माँ का लाल