ऊंचे पहाड़ों के ठंडे दर्द अपनी पुकार से बांध लेते है ऊंचे पहाड़ों के ठंडे दर्द अपनी पुकार से बांध लेते है
गगन घिरी घनघोर घटा श्वेता श्याम है जलद अटा राह तके हम सांझ सकारें बरसो जल्दी जलधर । गगन घिरी घनघोर घटा श्वेता श्याम है जलद अटा राह तके हम सांझ सकारें बरसो ...