उदास मन भटक रहा उस की तरफ जिसको हमने खोया था आज के रोज। उदास मन भटक रहा उस की तरफ जिसको हमने खोया था आज के रोज।
वक्त बेवक्त स्मृति बनकर प्रकट हो जाते हैं पापा के रूप में। वक्त बेवक्त स्मृति बनकर प्रकट हो जाते हैं पापा के रूप में।
पर उन्हें कौन बताए कि हम घुम्मकड़ नहीं बल्कि भुलक्कड़ है। पर उन्हें कौन बताए कि हम घुम्मकड़ नहीं बल्कि भुलक्कड़ है।
क्या क्या पोस्ट सुनहरे देखे क्या क्या पोस्ट सुनहरे देखे
हर एक लिखावट में ज़िक्र जो तेरा था कैसे कह दिया तुमने वो प्यार नहीं था। हर एक लिखावट में ज़िक्र जो तेरा था कैसे कह दिया तुमने वो प्यार नहीं था।
सड़कों पर मोमबत्ती और सोशल मीडिया पर पोस्ट चलाएंगे सड़कों पर मोमबत्ती और सोशल मीडिया पर पोस्ट चलाएंगे