तुम्हारी यादों की गलियों से। है ना परिभाषा यह प्रेम की। तुम्हारी यादों की गलियों से। है ना परिभाषा यह प्रेम की।
हमने खुद को किया हवाले हमसे मत उम्मीद करो..अब बस तुम पर ही ठहरी है इस रिश्ते की गहराई.......... हमने खुद को किया हवाले हमसे मत उम्मीद करो..अब बस तुम पर ही ठहरी है इस रिश्ते की ...
अपने साथ उड़ ले चली एक एहसास। अपने साथ उड़ ले चली एक एहसास।
यह पूरब से पश्चिम की है या उत्तर से दक्षिण की है। यह पूरब से पश्चिम की है या उत्तर से दक्षिण की है।
साज़ भी आज सुर के साथ है शब्दों में सुरों की आवाजें आने लगी है साज़ भी आज सुर के साथ है शब्दों में सुरों की आवाजें आने लगी है
बिखरा बसन्त धरा पे , बौराई अम्र डार पुरवाई ऐसी चली , नयन हो रही चार. बिखरा बसन्त धरा पे , बौराई अम्र डार पुरवाई ऐसी चली , नयन हो रही चार.