विचारों को शब्दों में प्रकट कर वो कविता गढ़ते जाता है। विचारों को शब्दों में प्रकट कर वो कविता गढ़ते जाता है।
तू रहे न रहे जमाना ये ही कहे कृति ये जोअद्वितीय बने। तू रहे न रहे जमाना ये ही कहे कृति ये जोअद्वितीय बने।
दोहरी ज़िंदगी...मन का एक छलावा है दोहरी ज़िंदगी...आडंबर है दिखावा है, दोहरी ज़िंदगी...मन का एक छलावा है दोहरी ज़िंदगी...आडंबर है दिखावा है,