पिता के रिश्ते को अब नयी पहचान की दरकार है। पिता के रिश्ते को अब नयी पहचान की दरकार है।
फिक्र हमारी रखते ,फिर भी वह आज ज्यादा खर्च करने पर प्यार भरी देते हैं डांट। फिक्र हमारी रखते ,फिर भी वह आज ज्यादा खर्च करने पर प्यार भरी देते हैं डांट।