धरा की क्षितिज से झील की पनाहों में.. धरा की क्षितिज से झील की पनाहों में..
चैन ओ सुकून मिलता है या तो यार की बाहों में ! चैन ओ सुकून मिलता है या तो यार की बाहों में !
भोला है कुछ ना समझता है तेरे दिल की गली से गुज़रता है भोला है कुछ ना समझता है तेरे दिल की गली से गुज़रता है