पर आज भी, अब भी, ये चार लफ्ज़ उधार ले गा रहा हूँ। पर आज भी, अब भी, ये चार लफ्ज़ उधार ले गा रहा हूँ।
बड़ी जेब थी पैसे भर भर पिता से उसमे रखवाई थी बड़ी जेब थी पैसे भर भर पिता से उसमे रखवाई थी
मैं भी एक बार सफल हुआ पर वह पतलून पापा की थी... मैं भी एक बार सफल हुआ पर वह पतलून पापा की थी...