उन कवियों को सदियों तक पढ़ा जाता है जीती जागती रूह वाला कोई पाठकउन्हें अनफॉलो कर ही नहीं उन कवियों को सदियों तक पढ़ा जाता है जीती जागती रूह वाला कोई पाठकउन्हें अनफॉलो कर ...
दिल में थी मुहब्बत, लब पे सुखनवरी, बस इतना मुख़्तसर था सरमाया मेरा. दिल में थी मुहब्बत, लब पे सुखनवरी, बस इतना मुख़्तसर था सरमाया मेरा.