खुद की भीतरी जिह्वा को फ़ड़फ़ड़ाओ वरना दफ़न कर दी जाओगी मृत समझकर। खुद की भीतरी जिह्वा को फ़ड़फ़ड़ाओ वरना दफ़न कर दी जाओगी मृत समझकर।
जीवन महज एक रंगमंच है इसके सिवा और कुछ भी नहीं है। जीवन महज एक रंगमंच है इसके सिवा और कुछ भी नहीं है।
बहुत सारे ग्रुप, मंच, समितियाँ आज कल फेसबुक के पन्नों में उभरने लगी है हम जमाने के साथ साथ बच्चे, ब... बहुत सारे ग्रुप, मंच, समितियाँ आज कल फेसबुक के पन्नों में उभरने लगी है हम जमाने...