खुशियाँ दूसरे पलड़े में मैं अपनी जान रखता हूँ किसी से क्या उस रब से भी कुछ नहीं म... खुशियाँ दूसरे पलड़े में मैं अपनी जान रखता हूँ किसी से क्या उस रब ...
होंठ चमक कर गुलाबी बन गए, मेरी याद में वो शराबी बन गए। होंठ चमक कर गुलाबी बन गए, मेरी याद में वो शराबी बन गए।
जयपुर वासी कान्हा के शीश नवाजे जल महल भी जल के अंदर जयपुर वासी कान्हा के शीश नवाजे जल महल भी जल के अंदर