जैसे हो वैसे ही रहना बदलना नहीं कितना भी कुछ हो जाए भूल मत जाना कहीं। जैसे हो वैसे ही रहना बदलना नहीं कितना भी कुछ हो जाए भूल मत जाना कहीं।
क्योंकि दस मस्तिष्क वाला, उसका हर मस्तिष्क बुरा नहीं होता, क्योंकि दस मस्तिष्क वाला, उसका हर मस्तिष्क बुरा नहीं होता,