नन्हीं किरण को धन्यवाद के साथ उसके विश्राम को जाने तक। नन्हीं किरण को धन्यवाद के साथ उसके विश्राम को जाने तक।
एक गृहिणी ही अपनी कोशिशों से मकान को घर बनाती है। एक गृहिणी ही अपनी कोशिशों से मकान को घर बनाती है।
आज एक मात्रा के छल ने, है उनको कितना सिखलाया , आज एक मात्रा के छल ने, है उनको कितना सिखलाया ,