मेरा दावा है कि खुशियां गुलाम है यारों। मेरा दावा है कि खुशियां गुलाम है यारों।
मानवता की इस कर्मभूमि को कर दूं मैं सदा के लिए गद्गद्। मानवता की इस कर्मभूमि को कर दूं मैं सदा के लिए गद्गद्।
कैसे कम साधनों में जीवन सुखी ये रहे वक्त तुझे ये "अनन्त"रोज सिखलाएगा। कैसे कम साधनों में जीवन सुखी ये रहे वक्त तुझे ये "अनन्त"रोज सिखलाएगा।
दर्द न सह सको तो देर तलक रोते रहो पर अपने दुखों को तुम किसी से न कहो। दर्द न सह सको तो देर तलक रोते रहो पर अपने दुखों को तुम किसी से न कहो।
लगाकर अपना सब कुछ दांव पर पूरी कर दी होली ! लगाकर अपना सब कुछ दांव पर पूरी कर दी होली !
मेरी कविता मेरा आखरी, जिक्र हो जाय तो अच्छा। एक साँस अगर खुल कर…….. मेरी कविता मेरा आखरी, जिक्र हो जाय तो अच्छा। एक साँस अगर खुल कर……..