हम इस दुनिया को अपना मानते है, उसके हिसाब से जिंदगी बिताते है... लेकिन उस दुनिया मे हमें अपना नहीं म... हम इस दुनिया को अपना मानते है, उसके हिसाब से जिंदगी बिताते है... लेकिन उस दुनिया...
मां अपनी बेटी कोकैसे पालती है...? लाड-प्यार से या समाज के डर से...??? मां अपनी बेटी कोकैसे पालती है...? लाड-प्यार से या समाज के डर से...???
जीवन को संग्राम समझ कूटनीतिक चालें चली जा रही हैं। जीवन को संग्राम समझ कूटनीतिक चालें चली जा रही हैं।