सभी कर्मचारियों से मिलकर बनता है संगठन, संगठन में होती है असीम शक्ति। सभी कर्मचारियों से मिलकर बनता है संगठन, संगठन में होती है असीम शक्ति।
यह पथिक भी खिलखिलाता, खिन्न मन से ना मुस्कुराया होता। यह पथिक भी खिलखिलाता, खिन्न मन से ना मुस्कुराया होता।
आज उसी ज़हरीली भीड़ के अंधियारे में मैंने खुद को मेहफ़ूज़ बनाया है। आज उसी ज़हरीली भीड़ के अंधियारे में मैंने खुद को मेहफ़ूज़ बनाया है।