आज उसी ज़हरीली भीड़ के अंधियारे में मैंने खुद को मेहफ़ूज़ बनाया है। आज उसी ज़हरीली भीड़ के अंधियारे में मैंने खुद को मेहफ़ूज़ बनाया है।